आईटीएम विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा टेलिविजन प्रोडक्शन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में वरिष्ठ टीवी पत्रकार रघुवीर रिछारिया अतिथि वक्ता के रूप में मौजूद रहे। जिन्होंने पहले दिन छात्रों के साथ अपने अनुभव और ज्ञान को साझा किया।
कार्यशाला की शुरुआत परिचय और भाषण सत्र से हुई, जिसमें विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं कार्यशाला के संचालक डॉ मनीष जैसल ने अतिथियों का स्वागत किया। सम कुलपति श्री एसएन खेडकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में विभागाध्यक्ष जयंत सिंह तोमर उपस्थित रहे। रघुवीर रिछारिया ने इस दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन टेलिविजन की बुनियादी बातों के बारे में चर्चा करते हुए, प्रसारण और कंटेंट प्रोडक्शन के बारे में छात्रों को अवगत कराया। टीवी में खबर लिखने का प्रारूप क्या होता है, उसकी भाषा कैसी होनी चाहिए जैसी बेसिक चीजों के बारे में बताया।
कार्यशाला के दूसरे दिन रिछारिया ने छात्रों को टीवी न्यूजरूम के साथ- साथ पीस टू कैमरा एवं समाचरों में अनुवाद के महत्व को समझाते हुए विद्यार्थियों से प्रैक्टिकल कार्य भी कराया। कार्यशाला के अंतिम एवं समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक सुभाष अरोड़ा उपस्थित रहे। सत्र की अध्यक्षता विश्विद्यालय के सम कुलाधिपति दौलत सिंह चौहान ने की और जाने- माने क्रिकेट कमेंटेटर श्री नवीन श्रीवास्तव ने अपनी गरिमामय उपस्थिति प्रदान की। इस अवसर पर सम कुलीधिपति दौलत सिंह चौहान ने कहा, पत्रकारिता बहुत ही जिम्मेदारी भरा प्रोफेशन है। क्योंकि एक पत्रकार को पढ़ने- सुनने वालों की संख्या करोड़ों में होती है। इसीलिए जब एक पत्रकार पक्षपात करता है तो वो करोड़ों लोगों को पक्षपाती बनाता है।
पत्रकारिता का मुख्य कार्य जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से करने की आवश्यकता है, इसीलिए इसका नाम भी “रिस्पॉन्सिबल जर्नलिज्म” होना चाहिए।
क्रिकेट कमेंटेटर नवीन श्रीवास्तव ने टीवी और रेडियो पर आवाज के महत्व को समझाते हुए कहा कि अलग- अलग माध्यमों पर जब हम अपनी आवाज में परिवर्तन करते हैं तो इससे हमारे श्रोताओं में रोमांच पैदा होता है। इस मौके पर कार्यशाला में सम्मिलित हुए विद्यार्थियों ने फीडबैक के माध्यम से दो दिनों की गतिविधियों के बारे में अतिथियों को अवगत कराया। विभाग के संकाय सदस्य डॉ. मनीष जैसल ने दो दिवसीय कार्यशाला की रिपोर्ट अतिथियों के समक्ष पेश की। कार्यक्रम के समापन सत्र का संचालन धर्मेन्द्र कमरिया ने किया एवं विभागाध्यक्ष जयंत सिंह तोमर ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।