7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है, जिसमें सेना ने आतंक के कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक निर्णायक संदेश देने की कोशिश की है। यह सैन्य प्रतिक्रिया न केवल देश की सुरक्षा नीति की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि इससे भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की आशंका भी गहराई है।
ऑपरेशन सिंदूर: एक सर्जिकल प्रतिक्रिया
भारतीय सेना का यह जवाबी हमला आतंक के खिलाफ उसकी "ज़ीरो टॉलरेंस" नीति को स्पष्ट करता है। आतंकवादी हमले के कुछ ही घंटों के भीतर सेना की यह त्वरित प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि अब भारत किसी भी आतंकी हमले का मूकदर्शक नहीं रहेगा। इस ऑपरेशन को गोपनीयता और सटीकता के साथ अंजाम दिया गया, जिससे दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा है। सेना के सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई "सर्जिकल स्ट्राइक 2.0" की तर्ज़ पर की गई है और इसका उद्देश्य पाकिस्तान में मौजूद आतंकी नेटवर्क को कमजोर करना है।
बाजार में तनाव के संकेत
इस सैन्य कार्रवाई का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। जैसे ही खबर आई कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, निवेशकों के बीच अनिश्चितता का माहौल बन गया। बुधवार सुबह बाजार ने मिला-जुला रुख दिखाया।
गिफ्ट निफ्टी सुबह 8:32 बजे 149 अंकों की बढ़त के साथ 24,375 पर कारोबार करता देखा गया, जो 0.61% की वृद्धि को दर्शाता है। हालांकि Pre-Open सत्र में सेंसेक्स 736.36 अंकों की गिरावट के साथ 79,904.71 और निफ्टी 146.30 अंकों की गिरावट के साथ 24,233.30 अंक पर देखा गया। इस उतार-चढ़ाव से स्पष्ट है कि निवेशकों के मन में सैन्य तनाव को लेकर चिंता बनी हुई है।
शुरुआती गिरावट के बाद बाजार की वापसी
हालांकि, दिन की शुरुआत में शेयर बाजार में गिरावट देखी गई, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की खबर के बाद ही कुछ ही समय में बाजार ने वापसी कर ली। भारतीय सेना की कार्रवाई को समर्थन देते हुए बीएसई सेंसेक्स ने महज 10 मिनट में ग्रीन जोन में एंट्री कर ली और 200 अंकों की तेजी के साथ 80,828 अंक तक पहुंच गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी ने भी तेजी दिखाई और 70 अंकों की वृद्धि के साथ 24,449 अंक पर ट्रेड करता नजर आया।
यह रुझान इस ओर इशारा करता है कि बाजार, हालांकि पहले घबराया, लेकिन जल्द ही भारतीय सेना की निर्णायक कार्रवाई को देश की सुरक्षा और स्थायित्व के संकेत के रूप में देखने लगा।
प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन
बाजार में तेजी के बीच कुछ विशेष कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
तेजी दर्ज करने वाले शेयर:
-
Apollo Hospitals
-
Bajaj Finance
-
Tata Motors
-
Shriram Finance
गिरावट झेलने वाले शेयर:
-
L&T
-
Tech Mahindra
-
Asian Paints
-
Titan Company
-
TCS
इन आंकड़ों से पता चलता है कि निवेशक स्वास्थ्य, वित्तीय सेवाओं और ऑटो सेक्टर में अभी भी भरोसा जता रहे हैं, जबकि टेक और कंज्यूमर गुड्स कंपनियों में कुछ हिचकिचाहट देखी जा रही है।
ग्लोबल संकेतों और निवेशकों की भावनाओं का मिश्रण
वैश्विक संकेत भी मिले-जुले रहे, जिससे बाजार को स्पष्ट दिशा नहीं मिल पाई। इसके बावजूद लगभग 676 कंपनियों के शेयरों ने बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की, जो बाजार में कुछ हद तक निवेशकों की भरोसेमंदी को दर्शाता है।
निष्कर्ष
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न केवल भारत की सैन्य रणनीति को एक बार फिर से साबित किया है, बल्कि इसने शेयर बाजार की संवेदनशीलता को भी उजागर किया है। हालांकि बाजार ने शुरुआती घबराहट के बाद खुद को संभाल लिया, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की स्थिति में अस्थिरता बनी रह सकती है। निवेशकों को फिलहाल सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है, खासकर उन सेक्टर्स में जहां राजनीतिक या सैन्य घटनाओं का सीधा असर पड़ता है।