मुंबई, 29 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली के UP भवन से एक महिला के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। महिला ने महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार पर यौन शोषण का आरोप लगाया। महिला ने कहा, राजवर्धन परमार ने 2 मंत्रियों से मुलाकात के नाम पर उसे कमरा नंबर-122 में बुलाया। वहां उसका यौन शोषण करने की कोशिश की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल वारदात वाले कमरे को सील कर दिया गया है। दरअसल, यूपी सरकार के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने बताया, 27 मई को दिल्ली में तैनात यूपी सरकार के स्थानीय आयुक्त ने उन्हें लेटर भेजकर इस मामले की जानकारी दी। जिसमें कहा, 26 मई को राजवर्धन परमार एक महिला के साथ यूपी भवन में पहुंचे थे। इस दौरान वहां पर मौजूद कर्मचारियों से राजवर्धन ने कहा कि किसी बड़े अधिकारी के लिए कमरे की जरूरत है। इस पर वहां मौजूद कर्मचारियों ने कमरा नंबर 122 खोला।
जिसके बाद राजवर्धन उस महिला के साथ अंदर चले गए। घटना से जुड़ा एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि राजवर्धन 1.05 बजे कमरे से बाहर निकले और चले गए। इसके बाद महिला ने दिल्ली पुलिस के थाना चाणक्यपुरी में पहुंचकर यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस तुरंत हरकत में आई और यूपी भवन पहुंची। फोरेंसिक टीम को बुलाकर कमरे की जांच पड़ताल की। एसपी गोयल ने बताया, 18 मई 2016 के शासनादेश में यूपी भवन दिल्ली में ठहरने वाले लोगों की लिस्ट निर्धारित है। इसमें राजवर्धन सिंह परमार का नाम नहीं है। कर्मचारियों द्वारा राजवर्धन को कमरा देने का कोई औचित्य नहीं बनता था। सरकार ने कार्यधिकारी डॉ. दिनेश कुमार कारुष, वरिष्ठ स्वागती पारसनाथ, कनिष्ठ सहायक राकेश कुमार सिंह, आउटसोर्सिंग कर्मचारी नरेंद्र को दोषी माना है। इनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। सरकार ने इस मामले की जांच राज्य संपत्ति विभाग के संयुक्त सचिव राजाराम द्विवेदी को सौंप दी है।