प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, बुधवार को आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में आध्यात्मिक गुरु श्री सत्य साई बाबा के जन्म शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने साई बाबा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह शताब्दी समारोह सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि एक दिव्य वरदान है, क्योंकि श्री सत्य साई बाबा ने सेवा को मानव जीवन के केंद्र में रखा।
इससे पहले, पीएम मोदी ने साई बाबा के जीवन, शिक्षाओं और विरासत को सम्मान देते हुए एक स्मारक सिक्का और डाक टिकटों का एक सेट जारी किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी मौजूद रहे।
4 करोड़ बेटियों के लिए 'सुकन्या' सुरक्षा कवच
अपने संबोधन के दौरान, पीएम मोदी ने श्री सत्य साई बाबा के सेवा संदेश को अपनी सरकार की योजनाओं से जोड़ा। उन्होंने बताया कि समारोह स्थल पर ही 20 हज़ार से ज़्यादा बेटियों के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के खाते खोले गए हैं।
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शिक्षा और सुरक्षित भविष्य: पीएम मोदी ने कहा कि इस शुरुआत से इन बेटियों की शिक्षा और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित हुआ है।
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सर्वश्रेष्ठ ब्याज दर: उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 10 साल पहले बेटियों की शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य के लिए SSY की शुरुआत की थी। यह देश की उन योजनाओं में से एक है, जिसमें 8.2% का सबसे ज़्यादा ब्याज बेटियों को मिलता है।
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योजना की कामयाबी: पीएम मोदी ने सुकन्या योजना की बड़ी कामयाबी के आंकड़े साझा करते हुए कहा कि अब तक देशभर की 4 करोड़ से ज़्यादा बेटियों के खाते इस योजना के तहत खोले जा चुके हैं। इन खातों में अब तक सवा 3 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा की राशि जमा कराई जा चुकी है।
100 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा के दायरे में
पीएम मोदी ने सामाजिक सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रगति का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों में शुरू हुई अनेक योजनाओं ने नागरिकों की सामाजिक सुरक्षा को मज़बूत किया है, जिससे देश के गरीब और वंचित निरंतर सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आ रहे हैं।
बाबा का संदेश: मानवसेवा ही माधव सेवा
पीएम मोदी ने श्री सत्य साईं बाबा के संदेश की व्यापकता का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि बाबा का संदेश महज़ पुस्तकों या आश्रमों की सीमाओं में नहीं रहा, बल्कि उनकी शिक्षा का प्रभाव आज लोगों के बीच ज़मीनी स्तर पर दिखाई देता है।
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अद्भुत प्रवाह: "आज भारत के शहरों से लेकर छोटे गाँवों तक, स्कूलों से लेकर आदिवासी बस्तियों तक, संस्कृति, शिक्षा और चिकित्सा सेवा का एक अद्भुत प्रवाह दिखाई देता है।"
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आदर्श वाक्य: उन्होंने कहा कि बाबा के करोड़ों अनुयायी बिना किसी स्वार्थ के इस काम में लगे हैं, जिनका सबसे बड़ा आदर्श वाक्य है: "मानवसेवा ही माधव सेवा है।"
पीएम मोदी ने कहा कि आज पुट्टपर्थी की इस पावन धरती पर उपस्थित होना उनके लिए एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव है, और साई बाबा की शिक्षा आज भी करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन कर रही है