हर वेतनभोगी व्यक्ति के लिए महीने की शुरुआत में सैलरी का क्रेडिट होना एक सुकून भरा पल होता है. सैलरी स्लिप देखते समय एक चीज जो हम हमेशा पाते हैं, वह है पीएफ (PF) के नाम पर काटी गई राशि. यह सोचकर हम निश्चिंत हो जाते हैं कि यह पैसा हमारे सुरक्षित भविष्य और बुढ़ापे की आर्थिक सुरक्षा के लिए जमा हो रहा है.
हालांकि, क्या आपने कभी इस बात की पुष्टि करने की कोशिश की है कि आपकी कंपनी ने आपकी सैलरी से जो पैसा काटा, उसे वास्तव में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पास जमा किया भी है या नहीं? कई बार तकनीकी खामियों, प्रशासनिक लापरवाही या जानबूझकर की गई देरी के चलते यह राशि आपके पीएफ खाते में समय पर अपडेट नहीं हो पाती है. ऐसे में यह जानना आपके लिए बेहद जरूरी है कि आपकी मेहनत की कमाई का हिसाब-किताब सही चल रहा है या नहीं.
आखिर कहाँ जाता है आपकी सैलरी से कटा पैसा?
ईपीएफओ के नियमों के अनुसार, किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी और डीए (DA) को मिलाकर बनने वाली कुल राशि का 12 फीसदी हिस्सा पीएफ के लिए काटा जाता है, जिसे कर्मचारी का योगदान कहते हैं.
नियम यह भी कहता है कि जितना योगदान कर्मचारी की सैलरी से कटता है, उतना ही योगदान कंपनी यानी नियोक्ता (Employer) को भी देना होता है.
कंपनी का योगदान (12%) किस प्रकार वितरित होता है:
यह संयुक्त फंड ही वह आधार है जो आपको रिटायरमेंट के बाद पेंशन और एकमुश्त राशि के रूप में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है. वर्तमान में, सरकार इस जमा राशि पर 8.25 फीसदी सालाना ब्याज भी दे रही है, जो इसे एक बेहतरीन बचत योजना बनाता है.
सैलरी आने के कितने दिन बाद अपडेट होता है पासबुक?
ईपीएफओ के सख्त नियमों के मुताबिक, कंपनी को कर्मचारियों की सैलरी से पीएफ काटने के बाद 15 दिनों के भीतर उसे ईपीएफओ के पास जमा करना अनिवार्य होता है.
उदाहरण के लिए:
एक बार पैसा जमा होने के बाद, आपके ईपीएफ पासबुक में बैलेंस अपडेट होने में कुछ दिनों का समय लग सकता है. इसलिए, अगर सैलरी वाले दिन ही पीएफ अपडेट न दिखे, तो चिंता न करें. लेकिन, अगर महीने की 20-25 तारीख तक भी आपका योगदान पासबुक में दिखाई न दे, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और अपनी कंपनी के एचआर विभाग से संपर्क करना चाहिए.
एक क्लिक में खुल जाएगी पूरी कुंडली
अच्छी बात यह है कि अब आपको पीएफ बैलेंस चेक करने या इसकी कुंडली खोलने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. आप घर बैठे अपने मोबाइल या लैपटॉप से यह काम आसानी से कर सकते हैं.