गांधी जी का सत्याग्रह- देश में आजादी का बिगुल फूंकने वालों के अनगिनत नाम हैं। महात्मा गांधी ने इस संघर्ष को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाया था। भारत में उनके सत्याग्रह का महामंत्र बिहार के चंपारण से शुरू हुआ था। नील की खेती के लिए किसानों को मजबूर करने के खिलाफ वे 15 अप्रैल, 1917 को चंपराण के मुख्यालय मोतीहारी पहुंचे थे। वे जसौली गांव के रास्ते में थे कि अंग्रेजी सरकार का नोटिस मिला। वे लौट आए, पर सरकार का हुक्म मानने से इनकार कर दिया। फिर वह ऐतिहासिक 18 अप्रैल का दिन आया, जब उन्होंने न्यायालय में स्पष्ट किया कि वह आंदोलन नहीं, बल्कि किसानों के पक्ष में मानवता के आधार पर पहुंचे हैं। चकित कोर्ट और सरकार के लिए तय करना मुश्किल हो गया कि क्या करें। गांधीजी के विरुद्ध मुकदमा वापस ले लिया गया और उन्हें किसान से दुर्व्यवहार मामले की जांच की अनुमति दे दी गई।
इतिहास में 18 अप्रैल की कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार हैं-
1859: आजादी के लिए क्रांति के नायक तात्या टोपे को 1857 के संग्राम में निर्णायक भूमिका निभाने पर फांसी दे दी गई।
1902: डेनमार्क ने अपराधियों की पहचान के लिए फिंगरप्रिंट दर्ज करने शुरू किए।
1948: नीदरलैंड्स के हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस की स्थापना।
1950: विनोबा भावे ने आंध्र प्रदेश के तेलंगाना में पंचमपल्ली गांव में भूदान आंदोलन शुरू किया।
1955: जाने-माने वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का 76 वर्ष की उम्र में निधन।
1968: अमेरिका का नेवादा परीक्षण स्थल पर परमाणु परीक्षण।
1971: भारत का पहला जंबो जेट बोइंग 747 ‘सम्राट अशोक’ बम्बई पहुंचा।
1978: आधुनिक नई दिल्ली का निर्माण करने वाले सोभा सिंह का निधन।
1980: जिम्बाब्वे का ब्रिटेन से आजादी का ऐलान।
1991: केरल देश का पहला पूर्ण साक्षर राज्य घोषित।
1994: वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ब्रायन लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ एक दिन में 375 रन बनाकर सर गारफील्ड सोबर्स का रिकार्ड तोड़ा।
1991: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लोकसभा में एक वोट से विश्वास मत हारे।
2001: भारतीय सीमा में घुस आई बांग्लादेश की सेना की गोलीबारी से भारत के 16 जवान शहीद।
2008: भारत और मैक्सिको के बीच नागरिक उड्डयन और ऊर्जा के क्षेत्र में नये समझौते।