सोशल मीडिया पर कई तरह की तस्वीरें और वीडियो वायरल होते रहते हैं। इनमें से कई तस्वीरें और वीडियो झूठे दावों के साथ शेयर किए जाते हैं। अधिकतर सोशल मीडिया यूजर इन तस्वीरों को सच मानकर शेयर कर रहे हैं। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ऐसे भ्रामक वीडियो और फोटो की सत्यता की जांच करती है।
क्या हो रहा है वायरल?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले से जुड़ा एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। करीब 25 सेकंड की इस क्लिप में लोगों की भारी भीड़ एक नदी में खड़ी नजर आ रही है, जहां अफरा-तफरी का माहौल देखा जा सकता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स यूजर्स का दावा है कि यह वीडियो महाकुंभ मेले का है, जहां स्नान के दौरान भगदड़ मचने के बाद 50 से ज्यादा लोगों को डूबने से बचा लिया गया।
भागलपुर जिले का वीडियो
फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो की सत्यता की जांच की है। पता चला कि यह वीडियो बिहार के भागलपुर जिले का है, जहां अगस्त 2024 में सावन के चौथे सोमवार को गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। जहां श्रद्धालुओं के गहरे पानी में चले जाने के कारण 50 से अधिक श्रद्धालु डूबने लगे। प्रयागराज में हाल के दिनों में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई है।
फैक्ट चेक टीम ने की जांच
वायरल दावे की पुष्टि करने के लिए फैक्ट चेक टीम ने प्रासंगिक कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च किया। हमें हाल के दिनों में प्रयागराज में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ के संबंध में कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। जांच को आगे बढ़ाते हुए फैक्ट चेक टीम ने वायरल वीडियो के 'की-फ्रेम्स' को गूगल लेंस के जरिए रिवर्स सर्च किया। हमें यह वीडियो 12 अगस्त 2024 को 'आज तक' न्यूज चैनल के 'X' अकाउंट पर अपलोड मिला।
भागलपुर में गंगा घाट पर बैरिकेडिंग तोड़ी गई
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, 'बिहार के भागलपुर में सावन की चौथी सोमवारी के मौके पर गंगा घाट पर स्नान के दौरान भगदड़ मच गई। इससे नदी में लगी बैरिकेडिंग टूट गई और गहरे पानी में पहुंचने से बच्चों समेत कई महिलाएं डूबने लगीं। सौभाग्य से एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात थी और समय रहते पानी में कूदकर सभी की जान बचा ली। यह समाचार पांच महीने पहले डिजिटल रूप में प्रकाशित हुआ था। इसमें साफ तौर पर लिखा है, 'गंगा घाट पर रौंदी गईं 50 महिलाएं बचाई गईं: भागलपुर में श्रद्धालु बैरिकेड तोड़कर आगे आए; वहां 30 मिनट तक अराजकता फैली रही।
फैक्ट चेक टीम की पड़ताल से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो बिहार के भागलपुर जिले का है। प्रयागराज में हाल के दिनों में गंगा स्नान के दौरान भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर यूजर्स पुराने और असंबंधित वीडियो को झूठे दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।