Aaj Ka Panchang 12 February 2025: आज 12 फरवरी, 2025 को माघ माह का 30वां दिन है और आज इस माह की पूर्णिमा है, जिसे माघी पूर्णिमा कहते हैं। आज दिनमान यानी दिन की लंबाई 11 घंटे 07 मिनट 42 सेकंड की है, जबकि रात्रिमान 12 घंटे 51 मिनट 58 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह शिशिर ऋतु है और सूर्य वर्तमान में उत्तरायण होकर गोचर कर रहे हैं। आइए जानते हैं, 12 फरवरी के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थितियां हैं? आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने के योग दर्शा रहा है और आज का राहु काल का समय क्या है?
🌕🌞  श्री सर्वेश्वर पञ्चाङ्गम् 🌞 🌕
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🚩🔱 धर्मो रक्षति रक्षितः🔱 🚩
     🌅पंचांग- 12.02.2025🌅
युगाब्द - 5125 
संवत्सर - कालयुक्त 
विक्रम संवत् -2081   
शाक:- 1946 
ऋतु-   शिशिर __ उत्तरायण 
मास -  माघ _ शुक्ल पक्ष
वार -   बुधवार 
तिथि- पूर्णिमा    19:22:17 
नक्षत्र    - अश्लेषा    19:34:26
योग -    सौभाग्य    08:05:35
करण -    विष्टि भद्र    07:04:48
करण    बव    19:22:17
चन्द्र राशि      - कर्क    till 19:34
चन्द्र राशि      - सिंह    from 19:34
सूर्य राशि     -  मकर    till 21:54
सूर्य राशि     - कुम्भ    from 21:54
🚩🌺 आज विशेष 🌺🚩   
  ✍️ माघ पूर्णिमा/ सत्यव्रत
🍁 अग्रिम (आगामी पर्वोत्सव 🍁
👉 चतुर्थी व्रत 
       16 फर. 2025 (रविवार)
👉 विजया एकादशी व्रत 
       24 फर. 2025 (सोमवार)
👉 प्रदोष व्रत/ व्यतिपात पुण्यं 
       25 फर. 2025 (मंगलवार)
👉 महाशिवरात्रि व्रत 
       26 फर. 2025 (बुधवार)
👉 देवपितृ कार्य अमावस 
       27 फर. 2025 (गुरुवार)
 🕉️🚩 यतो धर्मस्ततो जयः🚩🕉️
माघ पूर्णिमा माहात्म्य - 
सनातन धर्म में माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु , मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा-अर्चना की जाती है। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस साल 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा है। इस दिन को माघी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस विशेष दिन गंगा नदी में स्नान और दान-पुण्य के कार्य शुभ फलदायी माने जाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन गंगा,यमुना समेत अन्य पवित्र नदी में स्नान करने से सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है और कई गुना ज्यादा पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं माघ पूर्णिमा की सही तिथि और स्नान-दान का महत्व...
माघी पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का महत्व ? 
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से साधक के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। माघ पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करना अत्यंत शुभ माना गया है। इसलिए इस दिन सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। मान्यता है कि इससे आध्यात्मिक उन्नति, पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ पूर्णिमा के दिन अन्न-धन,तिल, गुड़ और घी का दान करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन पितरों की आत्माशांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है। साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन खिलाना चाहिए।
जय जय श्री सीताराम
जय जय श्री ठाकुर जी की
(जानकारी अच्छी लगे तो अपने इष्ट मित्रों को जन हितार्थ अवश्य प्रेषित करें।)
ज्यो.पं.पवन भारद्वाज(मिश्रा)
व्याकरणज्योतिषाचार्य
पुजारी -श्री राधा गोपाल मंदिर,  (जयपुर)