मुंबई, 3 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ब्रिटेन के यॉर्कशायर शहर में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के घर को 200 मीटर के एक काले कपड़े से ढक दिया। इस दौरान वो सुनक के घर की छत पर चढ़ गए। ग्रीन पीस संस्था से जुड़े ये लोग सरकार की पर्यावरण विरोधी नीतियों का विरोध कर रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान पुलिस वहां मौजूद रही। इस प्रदर्शन की जानकारी खुद ग्रीन पीस संस्था ने ट्विटर पर वीडियो शेयर कर दी है। हालांकि, प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री सुनक अपने घर पर नहीं थे। वो छुट्टियां मनाने के लिए अपने परिवार के साथ कैलिफोर्निया गए हैं। 10 डाउनिंग स्ट्रीट के मुताबिक पिछले 4 साल में ये उनका पहला फैमिली हॉलिडे है।
ग्रीन पीस के मुताबिक पीएम के घर को काले कपड़े से ढककर उन्होंने सुनक से एक सवाल पूछा है। वो जानना चाह रहे हैं कि क्लाइमेट चेंज के खिलाफ लड़ाई में वो किसकी तरफ हैं। बड़ी तेल कंपनियों की तरफ या एक जीवन जीने लायक पृथ्वी की तरफ। दरअसल, हाल ही में ऋषि सुनक ने नॉर्थ सी में तेल और गैस निकालने के लिए कंपनियों को ड्रिलिंग की मंजूरी दी है। इसके तहत सरकार ने कई सौ लाइसेंस इश्यू किए हैं। क्लाइमेट को लेकर काम करने वाली संस्थाओं ने ब्रिटेन की सरकार के इस कदम का विरोध जताया है। जबकि सरकार का कहना है कि उन्होंने ये फैसला सोच समझ कर लिया है। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा।
वहीं, पर्यावरण पर काम करने वाले लोगों के मुताबिक जलवायु संकट तेज हो रहा है, और सुनक की नीति इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (IAA) की चेतावनी के उलट है। दरअसल, IAA ने कहा है कि अगर दुनिया को ग्लोबल वॉर्मिंग से बचाना है तो तेल और गैस की खोज में कोई नया निवेश नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बीते दिनों कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि जब 2050 तक वे जीरो कार्बन एमिशन के गोल को हासिल कर लेंगे तो ऑयल ड्रिलिंग से जुड़ी नई पॉलिसी यूके को घरेलू स्तर पर ऊर्जा प्रदान करेंगी। सुनक ने यह भी कहा कि जब हम 27 साल बाद जीरो कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य को पूरा कर लेंगे तब भी हमें ऊर्जा के लिए एक चौथाई तेल और गैस पर निर्भर रहना पड़ेगा। ऐसे में ये ड्रिलिंग नीति सही है। इसके साथ ही सुनक ने कहा कि कुछ लोग हैं चाहते हैं कि 30 साल बाद भी हम अपनी जरूरी चीजों के लिए अपने दुश्मन देशों (रूस) पर निर्भर रहें।