मुंबई, 25 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइल के खिलाफ लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह, फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद और हमास एकजुट हो गए हैं। तीनों संगठनों के लीडर्स ने बेरूत में मुलाकात की। इस दौरान गाजा और वेस्ट बैंक में हो रहे इजराइली हमलों को रोकने पर चर्चा हुई। यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, इस बैठक को ईरान के मंसूबों की कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। ईरानी मीडिया अल-मयादीन के मुताबिक, इस बैठक से तीनों संगठनों के बीच बढ़ता को-ऑर्डिनेशन दिख रहा है। दरअसल, ईरान कई सालों से चाहता था कि तीनों संगठन मिलकर इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दें। अब ऐसा ही कुछ हो भी रहा है।
आपको बता दें, हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला कर दिया। 8 अक्टूबर को लेबनान की तरफ से भी हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रॉकेट दागे। फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद ने भी रॉकेट से हमले किए। इजराइल ने दावा किया कि इस्लामिक जिहाद का एक मिसफायर हुआ रॉकेट गाजा के अस्पताल पर गिरा जिससे करीब 500 लोग मारे गए। तो वहीं, हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा, तीनों संगठनों के बीच समन्वय जारी रखने पर सहमति बनी है। हमने जीत हासिल करने पर भी चर्चा की है। ईरान इस ग्रुप को एक्सेस ऑफ रेजिस्टेंस कहता है। हिजबुल्ला ने कहा- एक्सेस ऑफ रेजिस्टेंस इजराइल के क्रूर हमले रोकने की प्लानिंग कर रहा है। हम एक दूसरे से फॉलो-अप ले रहे हैं। जंग की पूरी स्थिति पर भी बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
तो वहीं, यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, इजराइल पर हमले से पहले ईरान और तीनों संगठनों के लीडर्स की बैठक हुई थी। अमेरिकी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल ने हमास और हिजबुल्लाह के सीनियर अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि ईरान के सुरक्षा अधिकारियों ने इजराइल पर हमले की प्लानिंग में हमास की मदद की थी। इसके बाद उन्होंने 2 अक्टूबर को बेरूत में एक बैठक में हमले के लिए हरी झंडी दे दी थी।