मुंबई, 11 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपनी बख्तरबंद ट्रेन से रूस दौरे पर रवाना हो गए हैं। CNN ने साउथ कोरिया के मीडिया के हवाले से ये जानकारी दी। वे प्योंगयांग के रूसी शहर व्लादिवोस्तोक जाएंगे। कोरोना के बाद किम जोंग की यह पहली विदेश यात्रा होगी। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक इस दौरान वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से यूक्रेन जंग में हथियारों की सप्लाई और सैन्य सहयोग पर बात करेंगे। दोनों नेता 10 से 13 सितंबर तक चलने वाले ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में भाग लेने के लिए व्लादिवोस्तोक की फार ईस्टर्न फेडरल यूनिवर्सिटी के कैंपस जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक किम जोंग उन रूस के प्रशांत महासागर फ्लीट के नेवल बेस पीएर 33 भी जा सकते है।
वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक रूस नॉर्थ कोरिया से ऑर्टिलरी शेल्स और एंटी टैंक मिसाइल चाहता है। इसके बदले में नॉर्थ कोरिया रूस से सैटेलाइट और न्यूक्लियर सबमरीन टेक्नोलॉजी की मांग करेगा। इसके अलावा किम जोंग उन अपने देश के लिए खाद्य सहायता भी चाहते हैं। दरअसल, नॉर्थ कोरिया में अनाज की काफी किल्लत रहती है, जबकि रूस 2017 में दुनिया में सबसे ज्यादा अनाज उगाने का रिकॉर्ड बना चुका है। साथ ही, अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता एड्रीइने वॉटसन ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि दोनों नेताओं के बीच हथियारों की बिक्री होने वाली है। हम नॉर्थ कोरिया से कहना चाहते हैं कि वह रूस से हथियारों की डील को लेकर बातचीत रोक दे। साथ ही रूस को हथियार न देने या बेचने की अपनी बात पर अडिग रहे। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका की कोशिश है कि रूस को हथियारों की सप्लाई न हो पाए। इसके लिए वह लगातार चीन और नॉर्थ कोरिया पर दबाव बना रहा है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक रूस को हथियार देने की नॉर्थ कोरिया की पिछली डील अमेरिका के दबाव के चलते रद्द हो गई थी।