Sri Lanka, 4 Feb (News Helpline) उत्तरी श्रीलंका और तमिलनाडु में मछुआरों के बीच लंबे समय से चल रहे तनाव हाल के दिनों में बढ़ते जा रहे हैं। उत्तरी श्रीलंका के मछुआरे भारत के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। ये जाफना के दो मछुआरों की मौत के लिए भारतीय मछुआरों को जिम्मेदार बता रहे हैं।
दो मछुआरों की बॉडी मिलने के बाद बढ़ा तनाव
दी हिंदू की एक रिपोर्ट बताती है कि 27 और 29 जनवरी को समुद्र के बीच में दो झड़प हुए हैं। भारतीय ट्रॉलर कथित तौर पर श्रीलंका की छोटी मछली पकड़ने वाली नौकाओं से टकरा गए थे। इस झड़प के दो दिनों के बाद जाफना के दो मछुआरों के बॉडी बरामद किए गए हैं। दोनों ओर तमिल भाषी मछुआरों ने शायद ही कभी एक-दूसरे पर शारीरिक हमले किए हों। ऐसे में दोनों पक्षों के बीच मामला तनावपूर्ण हो गया है।
जाफना जिला मछुआरा सहकारी समिति संघ के प्रमुख अन्नालिंगम अन्नारसा ने बताया है कि दो मछुआरों के शव मिलने के बाद हम बहुत चिंतित है। हमने राज्यपाल सचिवालय, जाफना जिला सचिवालय और भारतीय कांसुल जनरल के सामने विरोध-प्रदर्शन किया है। हमने मांग की है कि नीचे की ओर ट्रॉलिंग को तुरंत रोक दिया जाए क्योंकि यही सारी समस्याओं के केंद्र में है।
श्रीलंकाई मछुआरों की मांग, नीचे की ओर बंद हो ट्रॉलिंग
बता दें कि श्रीलंका ने 2017 में बॉटम ट्रॉलिंग पर प्रतिबंध लगा दिया था और अपने क्षेत्रीय जल में अवैध रूप से मछली पकड़ने में लिप्त विदेशी जहाजों पर भारी जुर्माना लगाया। इसके बाद भारतीय मछुआरों ने उन इलाकों में जाना बंद कर दिया। लेकिन भारतीय मछुआरे इस इलाके में जाते रहे हैं।
अन्नारसा ने कहा है कि हमारी सरकारें और मछुआरे दोनों नेता इस बारे में एक दशक से अधिक समय से बात कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो सका है। हम तमिलनाडु के मछुआरों से बात करने के लिए तैयार हैं बशर्ते वे तुरंत नीचे की ओर ट्रॉलिंग का इस्तेमाल बंद कर दें।