मुंबई, 21 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तानाशाह किम जोंग उन की मौजूदगी में नॉर्थ कोरिया ने क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है। इसकी जानकारी नॉर्थ कोरिया के स्टेट मीडिया KCNA ने दी है। रिपोर्ट के मुताबिक नेवी शिप से क्रूज मिसाइल को टेस्ट फायर किया गया। माना जा रहा है कि ये मिसाइल न्यूक्लियर वॉरहेड को ले जाने में सक्षम है। नॉर्थ कोरिया के क्रूज मिसाइल परीक्षण की जानकारी उस समय आई है, जब अमेरिका और साउथ कोरिया अपना सालाना युद्धाभ्यास कर रहे हैं। इस युद्धाभ्यास को नॉर्थ कोरिया हमले की तैयारी के तौर पर देख रहा है। इसके अलावा किम ने एक पेट्रोल शिप पर सवार होकर नौसेना के हथियारों और लड़ाई की तैयारियों का जायजा भी लिया। वहीं, 3 दिन पहले ही अमेरिका, जापान और साउथ कोरिया के नेताओं की कैंप डेविड समिट के दौरान मुलाकात हुई है। इस मुलाकात में तीनों देशों के बीच नॉर्थ कोरिया की ओर से लगातार बढ़ रहे मिसाइल और परमाणु खतरे को लेकर बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस पर आपसी सहयोग को लेकर सहमति बनी है।
तो वहीं, KCNA की रिपोर्ट के मुताबिक ने मिसाइल ने अपने टारगेट को हिट किया। जो शिप की तैयारी और हमले की क्षमता को दिखाता है। एजेंसी की तरफ से जारी की गई फोटोज में किम को एक पेट्रोल शिप के ऊपर खड़े होकर मिसाइल टेस्ट को देखते हुए देखा जा सकता है। KCNA के मुताबिक किम ने कहा कि वह नेवी के लिए पॉवरफुल वॉरशिप बनाने के साथ ही शिपबोर्ड और अंडरवाटर वेपन सिस्टम को मॉडर्न बनाने के लिए अपने प्रयासों में तेजी लाएंगे। किम ने नौसेनिकों को मानसिक और वैचारिक रूप से मजबूत रहने को कहा है। नॉर्थ कोरिया की तरफ से मिसाइल टेस्ट को लेकर जारी की गई रिपोर्ट पर साउथ कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि मिसाइल टेस्ट की रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है और फैक्ट की कमी है। उन्होंने आगे कहा कि साउथ कोरिया की सेना, नॉर्थ कोरिया की तरफ से किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई से निपटने के लिए तैयारी को बरकरार रखेगी। सियोल की ईवा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लीइफ एरिक एसले के मुताबिक नार्थ कोरिया की क्रूज मिसाइल टेक्नोलॉजी में भले ही पीछे हो पर फिर भी ये एक खतरा साबित हो सकती है। हाल ही में किया गया परीक्षण, किम के शासन को किसी भी प्रकार का खतरा होने पर साउथ कोरिया पर अलग-अलग ओर से हमले के इरादों को दिखाता है।
आपको बता दें, नार्थ कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण पर UN ने प्रतिबंध लगा रखा है पर इसके क्रूज मिसाइल परीक्षण पर किसी तरह का बैन नहीं है। फिर भी इनसे खतरा बना हुआ है क्योंकि ये मिसाइल रडार से बचने के लिए कम ऊंचाई पर उड़ते है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक नॉर्थ कोरिया इन क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किसी तनाव की स्थिति में अमेरिका के खिलाफ उसके वॉरशिप और एयरक्राफ्ट कैरियर को निशाना बनाने के लिए कर सकता है। अमेरिका और साउथ कोरिया की 11 दिन तक चलने वाली एक्सरसाइज के जवाब में नॉर्थ कोरिया हथियारों का परीक्षण शुरू कर सकता है। नॉर्थ कोरिया ने पिछले सालों में अमेरिका और साउथ कोरिया के बीच हुई मिलिट्री ड्रिल्स की लगातार निंदा की है। उसने इन्हें हमले के अभ्यास के रूप में बताकर इनका जवाब मिसाइल टेस्ट से दिया है।