मुंबई, 2 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान में पिछले दिनों फिदायीन हमले में 56 लोगों के मारे जाने के बाद अफगान बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तानी फौज ने यहां चार नई यूनिट तैनात कर दी हैं। इसके बाद फॉरेन मिनिस्टर बिलावल भुट्टो जरदारी ने अफगानिस्तान को धमकी भी दी है। दरअसल, इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत के दौरान बिलावल ने पिछले दिनों खैबर पख्तूनख्वा राज्य में हुए फिदायीन हमले का जिक्र करते हुए कहा, अफगान हुकूमत उन टेरेरिस्ट को रोकने में नाकाम रही है जो वहां से पाकिस्तान में घुसते हैं, हमले करते हैं और फिर वापस अफगानिस्तान भाग जाते हैं। हमने यह मुद्दा कई बार अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत के सामने उठाया है। फॉरेन मिनिस्टर बिलावल ने आगे कहा, इंटरनेशनल लॉ हमें इजाजत देता है कि अगर इस तरह के हमले बंद नहीं हुए, वहां दहशतगर्दों की पनाहगाहें बंद नहीं की गईं तो फिर अपनी हिफाजत के लिए हमारी सरकार और फौज एक्शन लेगी। हमारे पास सबूत हैं कि काबुल में कई आतंकी छिपे हुए हैं। अफगानिस्तान को याद रखना होगा कि कतर की राजधानी दोहा में जो एग्रीमेंट हुआ था, उसमें साफ कहा गया था अफगान हुकूमत किसी आतंकी को पनाह नहीं देगी।
भुट्टो ने यह भी कहा की, क्या ये सही नहीं है कि इस एग्रीमेंट की शर्तों को तालिबान हुकूमत ने तरजीह नहीं दी। आज भी काबुल और अफगानिस्तान के दूसरे हिस्सों में सैकड़ों टेरेरिस्ट मौजूद हैं और ये हमारे मुल्क पर हमला कर रहे हैं। मुझे ऐसा लगता है कि पाकिस्तान को इस बात के लिए लगातार उकसाया जा रहा है कि वो अफगानिस्तान बॉर्डर क्रॉस करे और वहां मौजूद आतंकियों के खिलाफ एक्शन ले। हम ऐसा करना नहीं चाहते, लेकिन सेल्फ डिफेंस के लिए अगर जरूरी होगा तो हम ये कदम उठाने में भी नहीं हिचकेंगे। अगर ये हमले नहीं रुके तो क्या होगा। पाकिस्तान को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ेगी। अगर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में अफगान हुकूमत को हमारी मदद चाहिए तो हम इसके लिए तैयार हैं। कोशिश ये है कि मामला बातचीत से सुलझाया जाए।