मुंबई, 6 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। वैगनर चीफ प्रिगोजिन की मौत के बाद अब ब्रिटेन उनकी प्राइवेट आर्मी को आतंकवादी संगठन घोषित करने वाला है। BBC के मुताबिक, इस फैसले के बाद ब्रिटेन में इस वैगनर ग्रुप से जुड़ना या उनका समर्थन करना गैर-कानूनी हो जाएगा। इसके लिए संसद में बिल भी लाया जा रहा है। इस ऑर्डर के तहत वैगनर की प्रॉपर्टी को आतंकियों की संपत्ति घोषित करने जब्त कर लिया जाएगा। ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी सुएला ब्रेवरमैन ने कहा- वैगनर ग्रुप रूस के राष्ट्रपति पुतिन का एक मिलिट्री टूल था। ये हिंसक और विनाशकारी है। यूक्रेन और अफ्रीका में उन्होंने जो किया वो दुनिया के लिए खतरा है। वैगनर की गतिविधियां अस्थिरता फैलाने वाली होती हैं, जो सिर्फ रूस के राजनीतिक मंसूबों को साधती हैं।
दरअसल, 23 जून में वैगनर ने रूस के खिलाफ बगावत कर दी थी। वैनगर चीफ प्रिगोजिन अपने लड़ाकों को लेकर रूस के रोस्तोव शहर में दाखिल हो गए थे और मिलिट्री हेडक्वार्टर पर कब्जा कर लिया था। प्रिगोजिन ने तब कहा था, हम मरने से नहीं डरते। उन्होंने दावा किया था कि वैगनर लड़ाकों ने रूसी सेना के कई हेलिकॉप्टर्स को मार गिराया। प्रिगोजिन ने रूस के रक्षा मंत्री को रोस्तोव आकर मिलने के लिए कहा था। साथ ही सुएला ने कहा, वैगनर के लड़ाके आतंकवादी हैं। ये बात साफ है और अब ब्रिटेन के कानून में भी यही माना जाएगा। वैगनर आर्मी का नाम UK में बाकी आतंकी संगठनों के साथ जोड़ा जाएगा। इनमें हमास और बोको हराम शामिल हैं। कानून का उल्लंघन करने पर दोषी को 14 साल की जेल और करीब 5.22 लाख रुपए तक का जुर्माना देना होगा।
तो वहीं, BBC के मुताबिक, यूक्रेन के खिलाफ जंग में वैगनर ग्रुप ने रूस की तरफ से एक अहम किरदार निभाया है। इसके अलावा, सीरिया, माली और लीबिया जैसे अफ्रीकी देशों में रूसी ऑपरेशन में वैगनर का हाथ रहा है। वैगनर के लड़ाकों पर यूक्रेन में नागरिकों पर जुर्म करने और उनकी हत्या करने का आरोप है। जुलाई में ब्रिटेन ने दावा किया था कि प्राइवेट आर्मी के लड़ाकों ने माली और CAR लोगों को प्रताड़ित करते हुए उनकी हत्या की।