मुंबई, 26 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। हैदराबाद से पोस्ट ग्रेजुएशन करने अमेरिका पहुंची एक महिला शिकागो की सड़कों पर भूखी-प्यासी नजर आ रही है। महिला का नाम सैयदा लुलु मिन्हाज जैदी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला का सामान चोरी हो गया था, जिसके बाद वो डिप्रेशन में चली गई। महिला की मां सैयदा वहाज फातिमा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को चिट्ठी लिखकर बेटी को वापस लाने की अपील की है। महिला की मां का ये लेटर सोशल मीडिया पर तब वायरल होने लगा, जब इसे भारत राष्ट्र समिति (BRS) के लीडर खलीकुर रहमान ने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया। उन्होंने इस महिला के पासपोर्ट-वीजा डीटेल्स शेयर करते हुए मदद की रिक्वेस्ट की है। इसके अलावा रहमान ने महिला का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वीडियो बनाने वाला शख्स उसे खाने का सामान और पानी देता नजर आ रहा है।
दरअसल, पीड़िता की मां ने भी भारत में मौजूद अमेरिका की एम्बेसी और शिकागो में इंडियन कॉन्सुलेट से अपनी बेटी को ढूंढने में मदद करने की अपील की है। विदेश मंत्री को लिखे पत्र में मां ने लिखा, मेरी बेटी सैयदा लुलु तेलंगाना के मौला अली की रहने वाली है। वो अगस्त 2021 में मिशिगन के डेट्रॉयट शहर की ट्राइन यूनिवर्सिटी में मास्टर्स की पढ़ाई के लिए गई थी। तब उसकी हमसे अक्सर बात होती रहती थी, लेकिन पिछले 2 महीनों से उसने हमसे कोई कॉन्टैक्ट नहीं किया है। उन्होंने आगे कहा, हाल ही में मुझे हैदराबाद के ही 2 लोगों ने बताया कि मेरी बेटी डिप्रेशन में है और किसी ने उसका सारा सामान चोरी कर लिया है।
मां ने लिखा, उसके पास खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं बचा है। इस वजह से वो भूखी मरने पर मजबूर है। उसे शिकागो की सड़कों पर देखा गया था। मैं आप सबसे अपील करती हूं कि मेरी बेटी को ढूंढकर उसे वापस भारत लाने में मेरी मदद करें। इसके बाद महिला की मां ने बताया कि उनकी बेटी को मोहम्मद मिनहाज अख्तर नाम के शख्स की मदद से ढूंढा जा सकता है। हालांकि ये आदमी कौन है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ नस्लीय हिंसा के मामले बढ़ने के बाद दो साल में 80 हजार भारतीयों ने नए गन लाइसेंस लिए हैं। अमेरिका में रहने वाले लगभग 40 लाख भारतीयों में पहले बंदूकें रखने का ट्रेंड नहीं था। दो साल पहले मात्र 40 हजार भारतीयों के पास ही बंदूकें थीं। अमेरिका के नेशनल फायर आर्म्स सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, अब गन लाइसेंस वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर एक लाख 20 हजार हो गई है। सर्वे के अनुसार 80 हजार भारतीयों ने गन लाइसेंस के लिए अप्लाई करने का मन बनाया है। अमेरिका में भारतीय समुदाय सबसे शांतिप्रिय समझा जाता है। यहां हर 100 अमेरिकियों पर 120 बंदूकें हैं।