मुंबई, 05 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान के कराची में मालिर जेल से 2 जून की रात 216 कैदियों के फरार होने की घटना ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी। अब इस मामले में नया मोड़ आया है, जब जेल के हेड कॉन्स्टेबल राशिद चिंगारी के खुद फरार होने की खबर सामने आई है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कैदियों के फरार होने में मदद की। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध सरकार ने उनकी गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं और मामले की निगरानी खुद जेल मंत्री अली हसन जरदारी कर रहे हैं। मालिर जेल से भागे कैदियों में से अब तक 126 कैदी वापस लौट चुके हैं जबकि 90 अब भी फरार हैं। शुरूआती जांच में पता चला है कि जेल के अंदर के कुछ अधिकारियों ने भागने में कैदियों की सहायता की थी। पहले राशिद चिंगारी का नाम सस्पेंड किए गए 23 कर्मचारियों की सूची में नहीं था लेकिन बाद में जांच में उनका नाम सामने आया।
जेल मंत्री ने यह स्पष्ट किया है कि जो भी अधिकारी इस कांड में शामिल पाया जाएगा, उसके पद की परवाह किए बिना उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना को कराची के इतिहास की सबसे बड़ी जेल सुरक्षा चूक बताया जा रहा है। इसी के चलते जेल विभाग के कई बड़े अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है, जिनमें जेल विभाग के आईजी, डीआईजी और मालिर जेल के सुपरिटेंडेंट शामिल हैं। सिंध सरकार ने कहा है कि जो कैदी 24 घंटे के भीतर खुद वापस लौटेगा, उसके साथ नरमी बरती जाएगी। जबकि जो कैदी वापस नहीं आएगा, उस पर जेल तोड़ने के आरोप में सात साल की अतिरिक्त सजा लगेगी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जेल में सीसीटीवी कैमरों की अनुपस्थिति जांच में बड़ी बाधा बनी हुई है। इस घटना के दौरान एक कैदी की मौत और चार सुरक्षाकर्मियों के घायल होने की पुष्टि हुई है। गृह मंत्री ने प्रशासनिक लापरवाही को भी इस घटना का एक कारण बताया है। मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को इस घटना की पूरी जानकारी दे दी गई है और उन्होंने गृह मंत्री को मौके पर जाकर हालात की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। राज्यपाल कामरान टेसोरी ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द सभी फरार कैदियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं। गृह मंत्री लांजार ने कहा है कि हर फरार कैदी की पहचान और रिकॉर्ड मौजूद है और उनके घरों व आस-पास के इलाकों में लगातार छापेमारी की जा रही है। जेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि लापरवाह अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और सुरक्षा के लिहाज से निगरानी को सख्त किया गया है।