मुंबई, 03 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बांग्लादेश में पिछले 9 महीने में डेंगू के कारण 1,017 लोगों की मौत हो चुकी है। अलजजीरा के मुताबिक, मौत का आंकड़ा पिछले साल के तुलना में 4 गुणा ज्यादा है। साल 2000 में के बाद इस साल बांग्लादेश में डेंगू से सबसे ज्यादा लोगों की जान गई है। वहीं, अब तक कुल 2 लाख 9 हजार लोग इसके चपेट में आए है। मरने वालों में 112 बच्चे ऐसे हैं जिनकी उम्र 15 साल के नीचे है।
बांग्लादेश के अस्पतालों में मरीजों को इलाज के लिए मिलना भी मुश्किल हो गया है। ढाका के शहीद सुहरावर्दी हॉस्पिटल के डॉक्टर मोहम्मद रफीकुल इस्लाम ने कहा- अस्पताल में भर्ती होने वाले ज्यादातर मरीज डेंगू से दूसरी, तीसरे और चौथी बार संक्रमित हो रहे हैं। इसी कारण इनकी हालात ज्यादा गंभीर हो गई है। कई मरने की कगार पर होते हैं। बहुत से लोग हमारे पास तब आते हैं जब बीमारी को काफी समय हो चुका होता है। इसका इलाज करना और भी मुश्किल हो जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि डेंगू और अन्य मच्छर द्वारा निर्मित वायरस से होने वाली बाकी बीमारियां, जैसे चिकनगुनिया, पीला बुखार और जीका वायरस क्लाइमेट चेंज की वजह से और तेजी से फैल रही हैं। इन बीमारियों को ठीक करने के लिए कोई ठोस मेडिसिन नहीं है। बीमारी फैलाने वाला मच्छर रुके हुए पानी में पनपता है, जो साउथ एशिया में जून-से-सितंबर के दौरान ज्यादा दिखाई देते हैं। डेंगू की वजह से तेज बुखार, सिरदर्द,उल्टी, मांसपेशियों में दर्द और सबसे गंभीर मामलों में ब्लीडिंग होता है जिससे मृत्यु हो सकती है।