मुंबई,12 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईरान में 100 से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली स्टूडेंट्स को जहर देने का आरोप है। ईरान में पिछले साल 16 सितंबर को हिजाब विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए थे। इसके बाद करीब पांच हजार छात्राएं रहस्यमयी तौर पर बीमार हो गई थीं। ग्लोबल प्रेशर के बाद ईरान सरकार ने मामले की जांच कराई। इसमें सामने आया कि स्टूडेंट्स के पानी में धीमा जहर मिलाया गया था। सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई की आदेश के बाद सरकार ने कार्रवाई की। खामनेई ने कहा था- जो भी कसूरवार हो, उसे फांसी पर लटकाया जाए। इसके बाद इब्राहिम रईसी की सरकार पर दबाब बढ़ गया।
दुनिया में लड़कियों को जहर दिए जाने के बाद ईरान सरकार की काफी बेइज्जती हुई थी। इसके बाद जांच और अब गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हुआ। सरकारी न्यूज एजेंसी ‘इरना’ के मुताबिक, होम मिनिस्ट्री ने साफ कर दिया है कि इस मामले की जांच लंबी चलेगी। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद सबूत जुटाए जाएंगे। बहुत मुमकिन है कि कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जाए। देश के कई शहरों के लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ खबरों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों में ज्यादातर सरकारी कर्मचारी हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन लोगों को पकड़ा गया है वो सरकार समर्थक और कट्टरपंथी हैं।