नई दिल्ली, 28 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी केंद्रीय बजट 2022-23 के लिए बजट पूर्व बैठकों का आज समापन किया। इससे पूर्व वित्त मंत्री ने 15 से 22 दिसंबर, 2021 तक वर्चुअल मोड में आयोजित बजट 2022-23 के लिए बजट पूर्व परामर्श बैठकों की अध्यक्षता की थी।
ज्ञात हो कि वित्त मंत्री द्वारा आज की बैठक को मिलाकर निर्धारित 8 बैठकों में 7 हितधारक समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले 120 से अधिक आमंत्रितों ने भाग लिया है। ज्ञात हो कि हितधारक समूहों में कृषि और कृषि प्रसंस्करण उद्योग के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हैं; उद्योग, बुनियादी ढांचा और जलवायु परिवर्तन; वित्तीय क्षेत्र और पूंजी बाजार; सेवाएं और व्यापार; सामाजिक क्षेत्र; ट्रेड यूनियन और श्रम संगठन और अर्थशास्त्री।
बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी और डॉ भागवत किशनराव कराड, वित्त सचिव श्री टी.वी. सोमनाथन; सचिव, डीईए, श्री अजय सेठ; सचिव, दीपम, श्री तुहिन कांता पांडे; सचिव, वित्तीय सेवाएं, श्री देबाशीष पांडा; सचिव, कॉर्पोरेट मामले, श्री राजेश वर्मा; बैठक में राजस्व सचिव श्री तरुण बजाज तथा वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें। अन्य संबंधित मंत्रालयों/विभागों के सचिवों ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से भाग लिया।
आज की बैठक में हितधारक समूहों ने विभिन्न मुद्दों पर कई सुझाव दिए जिनमें रिसर्च एंड डेवलोपमेन्ट (आरएंडडी) खर्च में वृद्धि, डिजिटल सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचे की स्थिति, हाइड्रोजन भंडारण और ईंधन सेल विकास के लिए प्रोत्साहन, आयकर स्लैब का युक्तिकरण, ऑनलाइन सुरक्षा उपायों में निवेश आदि मुद्दे शामिल रहें।
बैठक के प्रतिभागियों ने कोरोना महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था के कुशल संचालन और सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति को बनाए रखने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण ने भी अपने बहुमूल्य सुझावों को साझा करने के लिए प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया। साथ ही यह भी आश्वाशन दिया कि 2022-23 का बजट तैयार करते समय सुझावों पर सावधानीपूर्वक विचार किया जाएगा।